आपकी ऑनलाइन लाइफ के पहरेदार हैं ये हैकर्स
आपकी ऑनलाइन लाइफ के पहरेदार हैं ये हैकर्स हैकिंग शब्द आज सिर्फ भारत ही नहीं , पूरी दुनिया की नींद उड़ा रखी पर्सनल अकाउंट को हैक करने से लेकर साइबर फ्रॉड , साइबर टेररिज्म जैसी घटनाएं अब आम हो गई हैं । इससे बैंक्स और बहराष्टीय कंपनियों के कामकाज प्रभावित होने लगे हैं । एक आंकड़े के अनुसार , इस वर्ष मई और जून में सिर्फ दो माह के दौरान वैश्विक स्तर पर साइबर हमले से करीब 3लाख कंप्यूटर प्रभावित हुए । दरअसल , आजकल हर चीज ऑनलाइन होती जा रही लोगों के हाथों में स्मार्टफोन है , कंप्यूटर और लैपटॉप है , जिस पर वे पर्सनल और प्रोफेशनल हर बात शेयर करने लगे । भारत ऑनलाइन कामकाज को सरकार बढ़ावा रही है . ताकि पारदर्शिता के साथ तेजी से काम हो । इससे साइबर क्राइम की घटनाएं भी बढ़ गई । ऐसे में जितना जरूरी लेटेस्ट तकनीक में आगे बढ़ना है , उतना जरूरी इस तकनीक को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करना भी है इसके लिए साइबर सिक्युरिटी के विशेषज्ञों की बड़ी संख्या में जरूरत है , जो आने वाले दिनों में और बढ़ेगी । संभावनाएं : नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज ( नैस्कॉम ) की एकताजा रिपोर्ट के अनुसार , 2020 तक देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या करीब 73 करोड़हो जाएगी , जो अभी करीब 45 करोड़ है । सभी नागरिकों की इंटरनेट तक पहुंच हो , इसके लिए केंद्र सरकार भी डिजिटल इंडिया ' के तहत देशभर में ऑप्टिकल फाइबर बिछा रही है इससे देश की करीब 2 . 5 लाख पंचायतों तक इंटरनेट की पहुंच आसान होगी!
अब तक करीब एक लाख पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर केबल विछाई जा चुकी है । जाहिर है इनकी देखरेख के लिए बड़ी तादाद में साइबर सिक्युरिटी के ट्रेंड प्रोफेशनल्स की आवश्यकता होगी एक अनुमान के मुताबिक , केंद्र सरकार की नई पहल से देशभर में करीब 1 . 7 करोड नई नौकरियां सामने आएंगी , जिनमें सबसे ज्यादा डिमांड एथिकल हैकर्स की रहेगी । वहीं , दूसरी और सभी बड़ी आइटी कंपनियां अपना खुद का डेटा सेंटर बना रही हैं । इसके लिए उन्हें भी ज्यादा से ज्यादा ट्रेंड साइबर सिक्युरिटी प्रोफेशनल्स की जरूरत होगी । सभी तक इंटरनेट की पहुंच होने के बाद अबलोग साइबर सिक्यरिटी लिए पर्सनल सर्विसेजलेना शुरूकरेंगे ।
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